ज्योति मल्होत्रा ने पाकिस्तानी एजेंट से कहा, मेरी शादी पाकिस्तान में करवा दो ; व्हाट्सएप चैट में और क्या आया सामने


हरियाणा के हिसार की 33 वर्षीय ट्रैवल व्लॉगर और यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को 17 मई 2025 को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। ज्योति मल्होत्रा ISI हैंडलर अली हसन और अन्य एजेंटों जैसे एहसान-उर-रहीम (उर्फ दानिश) के साथ व्हाट्सएप चैट्स बातचीत करती थी।

व्हाट्सएप चैट में क्या मिला :

अली हसन ने ज्योति से कोड वर्ड्स में पूछा, "जब आप अटारी बॉर्डर गई थीं, तो वहां प्रोटोकॉल किस-किस को मिला?"सका मतलब था कि क्या कोई अंडरकवर एजेंट वहां मौजूद था, जिसे विशेष प्रोटोकॉल के तहत एंट्री दी गई थी।

ज्योति ने जवाब दिया, "किसको मिला, मुझे तो मिला नहीं।" इसके बाद अली ने कहा, "इट मीन, कोई अंडर कवर पर्सन हो जैसे, यार पता चल जाता है देखकर, आपको कैसे निकालना था या उसको अंदर लेकर आना था। इट्स माय मैटर, उसको अंदर गुरुद्वारे में ले आना था, रूम में दोनों को बैठा देना था।"

ज्योति ने जवाब में कहा, "नहीं, इतने पागल थोड़ी न थे वो।"

जांच एजेंसियों का मानना है कि ISI ज्योति के जरिए भारतीय RAW एजेंटों की पहचान करने की कोशिश कर रही थी।

संवेदनशील जानकारी साझा करना :

ज्योति के क्लाउड स्टोरेज और मोबाइल डेटा से BSF मूवमेंट डिटेल्स, रडार लोकेशन, और सीमावर्ती इलाकों के वीडियो मिले, जो विदेशी एजेंटों को भेजे गए थे।

चैट्स में ज्योति और अली हसन के बीच पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों की चर्चा भी सामने आई, जो सामान्य पर्यटकों के लिए पहुंच से बाहर है।

पाकिस्तानी एजेंट्स के साथ करीबी रिश्ते :

चैट्स में अली हसन ने ज्योति से व्यक्तिगत और भावनात्मक बातें कीं, जैसे, "मेरे दिल से दुआ निकलती है कि आप खुश रहो।" इसके जवाब में ज्योति ने हंसी वाला इमोजी भेजा और कहा, "मेरी शादी पाकिस्तान में करवा दो।"

ज्योति ने एहसान-उर-रहीम (दानिश) के साथ भी करीबी संपर्क बनाए रखा, जो 2023 में दिल्ली में पाकिस्तान हाई कमीशन में मुलाकात के बाद शुरू हुआ। दानिश ने ज्योति की पाकिस्तान यात्राओं का खर्च उठाया और उसे शाकिर और राणा शाहबाज जैसे ISI हैंडलरों से मिलवाया।

कोड नेम और एन्क्रिप्टेड चैट्स :

ज्योति ने ISI एजेंट्स के नंबर फर्जी नामों जैसे 'जट रंधावा' के तहत सेव किए थे ताकि शक न हो। वह व्हाट्सएप, टेलीग्राम, और स्नैपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड ऐप्स के जरिए संवेदनशील जानकारी साझा करती थी।

पहलगाम हमले से संभावित संबंध :

अप्रैल 2024 के पहलगाम आतंकी हमले के बाद ज्योति ने एक वीडियो बनाया, जिसमें उसने हमले का दोष भारतीय सुरक्षा एजेंसियों पर मढ़ा। यह वीडियो जांच एजेंसियों के रडार पर आया और उनकी गतिविधियों पर संदेह बढ़ा।

अन्य महत्वपूर्ण खुलासे :

ज्योति 2023 से 2025 के बीच चार बार पाकिस्तान गई और एक बार बाली में ISI एजेंट के साथ थी, जिसके साथ उसका प्रेम संबंध होने का दावा किया गया।

ज्योति के मोबाइल और लैपटॉप से बरामद डेटा को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, जिसमें डिलीट किए गए डेटा को रिट्रीव करने की कोशिश हो रही है। जांच में ज्योति के चार बैंक खातों का पता चला, जिनमें दुबई से एक संदिग्ध ट्रांजेक्शन भी शामिल है।

जांच की स्थिति :

NIA, IB, और हरियाणा पुलिस संयुक्त रूप से ज्योति से पूछताछ कर रही हैं। वह गोलमोल जवाब देकर जांच को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।

ज्योति पर आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम (धारा 3 और 5) और BNSS (धारा 153) के तहत मामला दर्ज किया गया है। अगर आरोप साबित हुए, तो उसे उम्रकैद या अन्य गंभीर सजा हो सकती है।

जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि ज्योति जानबूझकर ISI के लिए काम कर रही थी या वह हनी ट्रैप का शिकार हुई।

ज्योति मल्होत्रा और ISI हैंडलर अली हसन के बीच व्हाट्सएप चैट्स से पता चलता है कि वह भारतीय सुरक्षा एजेंटों की पहचान और संवेदनशील जानकारी (जैसे BSF मूवमेंट, रडार लोकेशन) साझा करने में शामिल थी। चैट्स में कोड वर्ड्स और अंडरकवर एजेंट्स की चर्चा से ISI की भारतीय खुफिया तंत्र को निशाना बनाने की साजिश का खुलासा हुआ है। यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का विषय है, और जांच एजेंसियां ज्योति के पूरे नेटवर्क को उजागर करने में जुटी हैं।