हिंडनबर्ग रिसर्च का दावा सेबी प्रमुख माधबी पुरी की अदानी से जुड़ी ऑफशोर कम्पनी में कम्पनी में हिस्सेदारी, सेबी धोखाधड़ी करने वालो को बचा रही है


रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति की अदानी ग्रुप से जुड़ी एक ऑफशोर कम्पनी में हिस्सेदारी है.

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पुरी और उनके पति की ऑफशोर कम्पनी “ ग्लोबल डायनामिक अपॉर्च्युनिटी फण्ड में हिस्सेदारी है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया कि इसी फण्ड में अदानी ग्रुप के चेयरपर्सन गौतम अदानी के भाई विनोद अदानी का अरबों डॉलर का निवेश है. इसी पैसे का इस्तेमाल अदानी ग्रुप के शेयरों की प्राइस मैनिपुलेशन के लिए किया जाता था.


दरअसल पिछले साल हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में अदानी ग्रुप पर वित्तीय अनियमितता के आरोप लगाये थे. तब अदानी ग्रुप के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी.   

हिंडनबर्ग ने कहा कि अदानी ग्रुप पर हमारी रिपोर्ट को 18 महीने बीत चुके है लेकिन सेबी ने पुख्ता सबूत होने के बावजूद कोई कारवाई नहीं की. अदानी पर लगे आरोपों की जाँच की जिम्मेदारी सेबी प्रमुख पर ही थी. अदानी ग्रुप की जाँच करने के उल्ट सेबी ने हमें ही नोटिस भेज दिया. हिंडनबर्ग के मुताबिक “ सेबी ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पब्लिश होने के तुरंत बाद ही अदानी को गुप्त सहायता देनी शुरू कर दी थी.  

हिंडन बर्ग ने कहा कि, ‘ ऐसा लगता है कि सेबी निवेशकों की बजाय धोखाधड़ी करने वालों को बचाने के लिए अधिक प्रयास कर रहा है.

हिंडनबर्ग के आरोपों पर सेबी प्रमुख ने कहा कि, “ हमारा जीवन और फाइनेंसस एक खुली किताब है. उन्होंने हिंडनबर्ग के आरोपों की निराधार और चरित्र हनन का प्रयास बताया और अपने सभी फाइनेंसियल रिकॉर्ड डिक्लेअर करने की इच्छा व्यक्त की.

अदानी ग्रुप ने हिंडन बर्ग के आरोपों को नकारते हुए कहा – “ हिंडन बर्ग ने सार्वजनिक जानकारी का गलत उपयोग किया है. अदानी ग्रुप पर लगे आरोप निराधार साबित हो चुके है. सुप्रीम कोर्ट ने गहन जाँच के बाद जनवरी 2024 में ही हिंडनबर्ग के आरोपों को ख़ारिज कर दिया था.