राजस्थान के दो बीजेपी सांसदों, पी.पी. चौधरी और मदन राठौड़ को संसद रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा


राजस्थान के दो बीजेपी सांसदों, पी.पी. चौधरी (पाली, लोकसभा) और मदन राठौड़ (राज्यसभा सांसद और राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष) को संसद रत्न पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार उनकी उत्कृष्ट संसदीय सक्रियता, जैसे संसद में सवाल उठाने, बहस शुरू करने और निजी सदस्य विधेयकों के योगदान के आधार पर दिया जा रहा है। पुरस्कार समारोह जुलाई 2025 में आयोजित होगा।

संसद रत्न पुरस्कार 2025 के लिए पी.पी. चौधरी और मदन राठौड़ का चयन संसद में उच्च स्तर की भागीदारी दिखाई, जिसमें सवाल उठाना, नीतिगत मुद्दों पर चर्चा शुरू करना और विधायी प्रक्रियाओं में योगदान शामिल है। उपस्थिति: संसद सत्रों में उनकी नियमित और सक्रिय उपस्थिति।

पी.पी. चौधरी ने विशेष रूप से निजी सदस्य विधेयकों के माध्यम से महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया, जो उनके निर्वाचन क्षेत्र और राष्ट्रीय हित से जुड़े थे। निर्वाचन क्षेत्र में योगदान: दोनों सांसदों ने अपने क्षेत्रों में विकास कार्यों और जनसंपर्क में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।

यह पुरस्कार प्राइम पॉइंट फाउंडेशन और ई-मैगजीन प्रेक्षक द्वारा सांसदों के प्रदर्शन के विश्लेषण के आधार पर दिया जाता है, जिसमें डेटा-आधारित मेट्रिक्स जैसे सवालों की संख्या, बहस में भागीदारी और विधायी प्रभाव शामिल हैं।

पी.पी. चौधरी राजस्थान के पाली से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लोकसभा सांसद हैं। वे 2014 और 2019 में पाली से सांसद चुने गए और केंद्र सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।

मदन राठौड़ वर्तमान में राजस्थान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं और राज्यसभा सांसद के रूप में कार्यरत हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव में उन्हें सुमेरपुर से टिकट नहीं मिला, जिसके बाद उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया। हालांकि, बाद में उन्होंने पीएम मोदी के कहने पर अपना नामांकन वापस ले लिया।