पूर्व सीएम गहलोत बोले, " यूजीसी के नए नियम शिक्षा की गुणवता खराब करेंगे, संघ प्रचारकों को स्थापित करने के लिए लाए गए


यूजीसी के नए नियमों को लेकर पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने यूजीसी और केन्द्र सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए है। गहलोत ने कहा कि बीजेपी - आरएसएस का 10 साल से पूरा प्रयास रहा है कि वह देश के तमाम संस्थानों पर दबाव बनाकर अपने कब्जे में कर लें।

पूर्व सीएम ने कहा कि यूजीसी द्वारा विश्वविद्यालयों में वाइस चांसलर और प्रोफेसर की नियुक्ति के लिए नए नियमों का ड्राफ्ट आरएसएस के प्रचारकों को विश्वविद्यालयों में स्थापित करने के लिए लाया गया है। 

यूजीसी ने नए नियमों के ड्राफ्ट के अनुसार यूनिवर्सिटी का वाइस चांसलर बनने के लिए एकेडमिशियन की कोई बाध्यता नहीं रहेगी तथा राज्य के विश्वविद्यालय में चांसलर की नियुक्ति केंद्र सरकार ही करेगी। इन नियमों से अनुबंधित प्रोफेसरों की संख्या 10% हो सकेगी जिससे कि चहेतों लोगों को आसानी से लगाया जा सकेगा। 

पूर्व सीएम ने कहा यूजीसी के नए नियम हमारी उच्च शिक्षा को बर्बाद कर देंगे क्योंकि इससे अयोग्य लोगों के विश्वविद्यालय में काबिज होने का खतरा रहेगा। यह देश की संघीय व्यवस्था के साथ खिलवाड़ होगा। 

गहलोत ने कहा कि सभी राज्य सरकारों एंव एकेडमिशियन वर्ग को इन नियमों का विरोध करना चाहिए। ये शिक्षा की गुणवता खराब करेंगे एंव देश के भविष्य से खिलवाड़ करेंगे।