2025 का भारत–पाक तनाव, ऑपरेशन सिंदूर और चीन की ‘डिजिटल वार’ फेक एकाउंट्स से राफेल गिराने का अभियान चलाया : अमेरिका की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा
मई 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच चीन ने एक ऐसा डिजिटल खेल खेला, जिसने अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों को चौंका दिया। US-China Economic and Security Review Commission की ताज़ा रिपोर्ट बताती है कि चीन ने इंटरनेट पर एक संगठित झूठा अभियान चलाकर ऑपरेशन सिंदूर के दौरान राफेल लड़ाकू विमानों की साख को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। लक्ष्य था—दुनियाभर में हथियारों के बाजार में फ्रांस की जगह चीन के J-35 फाइटर जेट को आगे करना।
फर्जी अकाउंट, AI तस्वीरें और सोशल मीडिया पर झूठ का जाल
रिपोर्ट के अनुसार चीन ने सीमा तनाव के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर बड़ी मात्रा में फेक अकाउंट्स सक्रिय किए। इन अकाउंट्स के जरिए— AI तकनीक से बनी झूठी तस्वीरें, राफेल के कथित ‘मलबे’ की बनावटी फोटो, और यह दावा कि चीन के हथियारों ने राफेल को गिराया लगातार फैलाया गया। इस पूरी कहानी को ऐसे प्रचारित किया गया जैसे किसी असली युद्ध का सबूत मौजूद हो, जबकि यह सब डिजिटल स्तर पर रचा गया एक भ्रम था।
इंडोनेशिया को भी प्रभावित करने की कोशिश
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि चीन ने न सिर्फ सोशल मीडिया पर, बल्कि कूटनीति के जरिए भी दबाव बनाने की कोशिश की।
चीन के दूतावास के अधिकारियों ने इंडोनेशिया को राफेल खरीद प्रक्रिया रोकने के लिए मनाने का प्रयास किया, जबकि खरीद प्रक्रिया पहले से चल रही थी। इससे साफ है कि चीन एशिया में हथियारों के बाजार पर अपना मजबूत प्रभुत्व स्थापित करना चाहता है।
चीन–पाकिस्तान की बढ़ती सैन्य नजदीकियाँ
रिपोर्ट के अनुसार 2024 के अंतिम महीनों से लेकर 2025 की शुरुआत तक चीन और पाकिस्तान के बीच सैन्य सहयोग तेजी से बढ़ा। नवम्बर 2024 में दोनों देशों ने Warrior-VIII नाम की तीन हफ्ते लंबी काउंटर-टेररिज्म ड्रिल की। फरवरी 2025 में चीन की नौसेना ने पाकिस्तान की AMAN मल्टीनेशनल नेवल एक्सरसाइज में हिस्सा लिया।
ये गतिविधियाँ दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को और तेज करने वाली मानी जा रही हैं।
पाकिस्तान को चीन का ‘बड़ा हथियार पैकेज’
जून 2025 में चीन ने पाकिस्तान को एक विशाल रक्षा पैकेज की पेशकश की, जिसमें शामिल था— 40 J-35 पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट, KJ-500 एयरबॉर्न अर्ली वॉर्निंग एयरक्राफ्ट, बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम और यही नहीं, पाकिस्तान ने इसी महीने अपना रक्षा बजट 20% बढ़ाकर 9 बिलियन डॉलर कर दिया, जबकि बाकी क्षेत्रों के बजट में कटौती करनी पड़ी।
