विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से सन्यास लिया ; कोहली ने कहा - टेस्ट ने मेरी परीक्षा ली, जिंदगी के सबक सिखाए

विराट कोहली ने 12 मई 2025 को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की, जिसने क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया। यह फैसला भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़े युग के अंत का प्रतीक है, क्योंकि कोहली न केवल एक शानदार बल्लेबाज, बल्कि भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तानों में से एक रहे हैं। उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को अपने फैसले की जानकारी दी, हालांकि बोर्ड ने उनसे पुनर्विचार करने का आग्रह किया था।
विराट कोहली का टेस्ट करियर
कोहली ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत 20 जून 2011 को वेस्टइंडीज के खिलाफ किंग्सटन में की थी। अपने 14 साल के टेस्ट करियर में, उन्होंने 123 टेस्ट मैच खेले और 46.85 की औसत से 9,230 रन बनाए। उनके नाम 30 शतक, 7 दोहरे शतक, और 31 अर्धशतक हैं, जो उन्हें टेस्ट क्रिकेट के महान बल्लेबाजों में शुमार करते हैं। उनका सर्वोच्च स्कोर 254 नाबाद रहा।
प्रमुख उपलब्धियां :
कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं, जिन्होंने 68 टेस्ट मैचों में 40 जीत हासिल की। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में 7 टेस्ट शतक बनाए, जो किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा वहां सर्वाधिक है। 2016-2019 के दौरान, उन्होंने 43 टेस्ट में 66.79 की औसत से 4,208 रन बनाए, जिसमें 16 शतक शामिल थे। वे टेस्ट में 9,000 रन बनाने वाले चौथे भारतीय बल्लेबाज हैं।
हालांकि, हाल के वर्षों में कोहली का फॉर्म उतार-चढ़ाव भरा रहा। 2020 से 2025 तक, उन्होंने 39 टेस्ट में केवल 30.72 की औसत से 2,028 रन बनाए, जिसमें सिर्फ तीन शतक शामिल थे। 2024-25 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर, पर्थ में एक शतक (100 नाबाद) के बावजूद, उनकी औसत 23.75 रही, और वे बार-बार ऑफ-स्टंप के बाहर गेंदों पर आउट हुए।
संन्यास का कारण
कोहली के संन्यास का प्रमुख कारण उनका लगातार खराब फॉर्म और उससे उत्पन्न मानसिक दबाव माना जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर निराशाजनक प्रदर्शन के बाद, उन्होंने एक इवेंट में कहा, " मुझे नहीं लगता कि चार साल बाद मैं फिर से ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेल पाऊंगा। पहले टेस्ट में अच्छा स्कोर करने के बाद मुझे लगा कि अब सीरीज में बड़ा प्रदर्शन होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। " इसके अलावा, उनकी उम्र (36 वर्ष) और लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट की शारीरिक-मानसिक मांग भी एक कारक हो सकती है।
प्रतिक्रियाएं
कोहली के संन्यास की घोषणा के बाद क्रिकेट जगत ने उनके योगदान की सराहना की। भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने कोहली के लिए एक भावुक संदेश लिखा, जिसमें उनकी नेतृत्व क्षमता और प्रेरणा की प्रशंसा की।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) : ICC ने कोहली के टेस्ट करियर को "आइकॉनिक" करार देते हुए उनके आंकड़ों और उपलब्धियों को उजागर किया। उन्होंने लिखा, "व्हाइट्स ऑफ, क्राउन इनटैक्ट। कोहली ने एक बेजोड़ विरासत छोड़ी।"
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया : उन्होंने कोहली के शानदार करियर को सराहा और इसे "अविश्वसनीय" बताया। कई खिलाड़ियों ने कोहली के टेस्ट करियर को सम्मान देते हुए उनके जुझारूपन और खेल के प्रति समर्पण की तारीफ की।
कोहली ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, "टेस्ट क्रिकेट में पहली बार बैगी ब्लू पहने हुए 14 साल हो चुके हैं। इसने मेरी परीक्षा ली, मुझे आकार दिया और मुझे ऐसे सबक सिखाए जिन्हें मैं जीवन भर साथ रखूंगा। जैसे ही मैं इस प्रारूप से दूर होता हूं, यह आसान नहीं है, लेकिन यह सही लगता है।"
विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास भारतीय क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। उनकी उपलब्धियां और नेतृत्व ने टेस्ट क्रिकेट में भारत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। हालांकि, हालिया फॉर्म और मानसिक दबाव ने उन्हें यह कठिन फैसला लेने के लिए प्रेरित किया। क्रिकेट जगत उनकी विरासत को हमेशा याद रखेगा, और अब वे वनडे क्रिकेट में अपनी यात्रा जारी रखेंगे।
