Rajasthan Scoop Logo
Rajasthan Scoop Home
होम
Rajasthan Scoop Logo

राजस्थान स्कूप राजस्थान और दुनिया भर से नवीनतम समाचार, विश्लेषण और राय के लिए आपका विश्वसनीय स्रोत है।

© 2025 Rajasthan scoop. All rights reserved.

Designed & Developed by Finesse

    संडे-स्टोरीकिस्सागोई

    " बीहड़ में तो बागी होते है डकैत मिलते है पार्लियामेंट में", नेशनल चैंपियन और सैनिक पान सिंह तोमर के बागी बनने की कहानी

    rajasthanscoop
    शेयर करें:
    " बीहड़ में तो बागी होते है डकैत मिलते है पार्लियामेंट में", नेशनल चैंपियन और सैनिक पान सिंह तोमर के बागी बनने की कहानी

    कभी - कभी वक्त और हालातों के आगे मजबूर बेबस इन्सान को क्या नहीं करना पड़ता है. मार्च 2012 में एक फिल्म रिलीज हुई थी पान सिंह तोमर. फिल्म का एक डायलॉग “ बीहड़ में तो बागी होते है डकैत मिलते है पार्लियामेंट में ” बहुत अधिक चर्चित रहा.

    तिग्मांशु धूलिया के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अभिनेता इरफ़ान खान ने पान सिंह तोमर का किरदार निभाया. कम बजट में बनी इस फिल्म को दर्शको द्वारा खूब पसंद किया गया. इस फिल्म ने राष्ट्रीय फिल्म पुरुस्कार सहित कई अन्य पुरुस्कार भी जीते.

    यह फिल्म भारतीय एथलीट और सैनिक पान सिंह तोमर की रियल लाइफ पर बनी है. पान सिंह तोमर का जन्म मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के भिडोसे गाँव में हुआ था. पान सिंह तोमर 1972 तक भारतीय सेना का हिस्सा रहे और सेना में भर्ती होने के बाद पान सिंह तोमर एथलीट बने. पान सिंह तोमर गरीबी मिटाने के लिए सेना में भर्ती हुए और फिर भूख मिटाने के लिए रेस ट्रैक पर दौड़े.

    सेना में रहते हुए पान सिंह स्टेपलचेज रेस में सात बार नेशनल चैम्पियन बने थे और 1958 के एशियन गेम्स में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया था. भारतीय सेना का जवान और खेल का चमकता सितारा सेना से रिटायरमेंट के बाद भ्रष्ट व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाते उठाते एक दिन बागी बन गया.

    पान सिंह 1972 में रिटायरमेंट लेकर गाँव लौट आए थे और यही से उनके बागी बनने की कहानी शुरू हुई. दरअसल पान सिंह जब गाँव लौटे तो भ्रष्ट सिस्टम का शिकार हो गए. उनके रिश्तेदारों ने उनकी गाँव की जमीन हड़प कर उस पर कब्जा कर लिया था. पान सिंह ने इसका विरोध किया और पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज करवायी लेकिन उनकी सुनवाई नही हुई.

    पान सिंह अपनी शिकायत लेकर जिला कलेक्टर तक गए. पान सिंह ने यह भी बताया कि वो भारतीय सेना में सेवा दे चुके है और एथलीट के रूप में देश के लिए कई मेडल भी जीत चुके है मगर भ्रष्ट व्यवस्था के आगे प्रशासन ने उनका किसी प्रकार से सहयोग नहीं किया. और विरोधियों ने उनकी माँ की हत्या कर दी.

    ऐसे में भ्रष्ट व्यवस्था के आगे बेबस पान सिंह तोमर बागी हो गए और अपना बदला लेना शुरू कर दिया. पान सिंह ने कभी खुद को डकैत नहीं माना बल्कि वो खुद को बागी कहना पसंद करते थे. पान सिंह जब बागी होकर चम्बल के बीहड़ भटक रहे थे तब उनके बड़े बेटे शिवराम भारतीय सेना में थे.

    अक्तूबर 1981 में पुलिस एनकाउंटर में पान सिंह को मारा गया. ऑपरेशन में पुलिस और पान सिंह तोमर गैंग के बीच करीब बारह घंटे तक चली फायरिंग के बाद पुलिस को सफलता हासिल हुई थी.

    टैग्स:

    Irfan KhanPan Singh tomarstoryrajasthan scoop
    टिप्पणी करने के लिए कृपया लॉगिन करें।

    संबंधित खबरें

    क्यों की गई थी राजीव गाँधी की हत्या ; जानें क्यों राजीव से नाराज था LTTE प्रमुख प्रभाकरण
    संडे-स्टोरी
    क्यों की गई थी राजीव गाँधी की हत्या ; जानें क्यों राजीव से नाराज था LTTE प्रमुख प्रभाकरण
    rajasthanscoop
    57
    पीएम मोरार जी ने रॉ की खुफिया जानकारी पाकिस्तान को दी ; रॉ को करते थे नापसंद, मोरार जी की गलती से भारत को हुआ बड़ा नुकसान
    संडे-स्टोरी
    पीएम मोरार जी ने रॉ की खुफिया जानकारी पाकिस्तान को दी ; रॉ को करते थे नापसंद, मोरार जी की गलती से भारत को हुआ बड़ा नुकसान
    rajasthanscoop
    62
    तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने विपक्ष के नेता वाजपेयी को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजा
    संडे-स्टोरी
    तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने विपक्ष के नेता वाजपेयी को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजा
    rajasthanscoop
    51

    जनमत

    आज का सवाल : राजस्थान के पहले मुख्यमंत्री कौन थे ?

    कुल वोट: 11

    ट्रेंडिंग न्यूज़

    लोकसभा चुनाव कांग्रेस ने जारी की उम्मीदवारों की दूसरी सूची
    लोकसभा चुनाव कांग्रेस ने जारी की उम्मीदवारों की दूसरी सूची
    महिलाओं की आजादी त्यौहार, जानिए कैसे हुई घुड़ला पर्व की शुरुआत, क्यों घुड़ला लेकर घूमती है मारवाड़ की महिलाएं
    महिलाओं की आजादी त्यौहार, जानिए कैसे हुई घुड़ला पर्व की शुरुआत, क्यों घुड़ला लेकर घूमती है मारवाड़ की महिलाएं
    वाजपेयी से किसने कहा कि मुझे नरेन्द्र भाई मोदी गुजरात से बाहर चाहिए...
    वाजपेयी से किसने कहा कि मुझे नरेन्द्र भाई मोदी गुजरात से बाहर चाहिए...
    बोरोना वीव्स लिमिटेड का आईपीओ निवेश के लिए आज से खुला  है, 22 मई तक कर सकेंगे निवेश ; जानें क्या करती है कंपनी
    बोरोना वीव्स लिमिटेड का आईपीओ निवेश के लिए आज से खुला है, 22 मई तक कर सकेंगे निवेश ; जानें क्या करती है कंपनी
    नौसेना में शहीद हुआ बागोरिया का लाल प्रह्लाद जाखड़, रविवार सुबह 10.30 बजे पार्थिव शरीर जोधपुर एयरपोर्ट पहुँचेगा
    नौसेना में शहीद हुआ बागोरिया का लाल प्रह्लाद जाखड़, रविवार सुबह 10.30 बजे पार्थिव शरीर जोधपुर एयरपोर्ट पहुँचेगा

    वीडियो

    कोई वीडियो लेख नहीं मिला।